Ek Dadi Ne

एक दादी ने बोया दाना
गाजर का था पौधा लगाना

गाजर रातो रात बड़ी
खूब बड़ी भई खूब बड़ी

सोचा तोड़ उसे मैं लाऊ
गरमा गरम हलवा बनाऊ
खींची छोटी ज़ोर लगाया
नहीं बना भई नहीं बना
काम हमारा नहीं बना

फिर दादी के बेटे आये
सबने मिल कर ज़ोर लगाया
खींची छोटी जोर लगाया
नहीं बना भई नहीं बना
काम हमारा नहीं बना

फिर दादी की बिटिया आयी
सबने मिल कर ज़ोर लगाया
खींची छोटी जोर लगाया
नहीं बना भई नहीं बना
काम हमारा नहीं बना

फिर दादी डॉगी आया
सबने मिल कर ज़ोर लगाया
खींची छोटी जोर लगाया
नहीं बना भई नहीं बना
काम हमारा नहीं बना

फिर दादी की बिल्ली आयी
सबने मिल कर ज़ोर लगाया
खींची छोटी जोर लगाया
नहीं बना भई नहीं बना
काम हमारा नहीं बना

फिर दादी का चूहा आया
सबने मिल कर ज़ोर लगाया
खींची छोटी जोर लगाया
नहीं बना भई नहीं बना
काम हमारा नहीं बना

बन गया भई बन गया
काम हमारा बन गया

सब ने मिल कर हलवा बनाया
गरमा गरम हलवा खाया
मैंने खाया तुमने खाया
बड़ा मज़ा आया
बड़ा मज़ा आया

Coming soon...